यद्यपि पानी पारदर्शक है फिर भी कुहासा में पानी के साफ बूंदों के होने के बावजूद दूर की वस्तु नहीं देखी जा सकती, क्योंकि
1) शुद्ध पानी की बूंदे अपारदर्शक होती है
2) कुहासा हमारे दृष्टि पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है
3) प्रकाश किरणों का पूर्ण आंतरिक परावर्तन होता है, जिससे प्रकाश सीधा प्रेक्षक की आंखों तक नहीं पहुंचता।
4) अधिकतर प्रकाश प्रकीर्णित हो जाता है, जिससे अपारदर्शक प्रतीत होता है
3) प्रकाश किरणों का पूर्ण आंतरिक परावर्तन होता है, जिससे प्रकाश सीधा प्रेक्षक की आंखों तक नहीं पहुंचता।